पांच साल में विनिवेश से सरकार को 2.79 लाख करोड़ रूपए मिले



वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पांच साल में हमने दोगुनी राशि जुटाई। उन्होंने कहा कि हर साल औसतन 21 लेनदेन किये गये जबकि 2004-2014 के बीच यह औसत चार था।




नयी दिल्ली। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि 2014-19 के दौरान सार्वनजिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के विनिवेश से सरकार को 2,79,622 करोड़ रुपये प्राप्त हुए जबकि 2004-14 के दौरान यह राशि 1,07,833 करोड़ रूपये थी। ठाकुर ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पांच साल में हमने दोगुनी राशि जुटाई। उन्होंने कहा कि हर साल औसतन 21 लेनदेन किये गये जबकि 2004-2014 के बीच यह औसत चार था।


ठाकुर ने कहा कि 2014-19 के दौरान विनिवेश लेनदेन से कुल 2,79,622 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।  अगर इसकी तुलना 2004-14 से करें जो 10 साल की अवधि थी, तो 40 लेनदेन के माध्यम से, केवल 1,07,833 करोड़ रुपये ही जुटाए जा सके। उल्लेखनीय है कि 2004-14 के दौरान केंद्र में कांग्रेस नीत संप्रग की सरकार थी। उन्होंने कहा कि चालू वर्ष के लिए हमने 1.05 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है और इसे हासिल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।


ठाकुर ने कहा कि नीति आयोग को राष्ट्रीय सुरक्षा सहित विभिन्न मापदंडों के आधार पर ऐसे सार्वजनिक उपक्रमों की पहचान करने को कहा गया है। वित्त राज्य मंत्री ठाकुर ने वित्तीय क्षेत्र में ऋण और जोखिम पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा कि रिजर्व बैंक और आईआरडीएआई मुद्दों से अवगत हैं। उन्होंने कहा कि आरबीआई ने सूचित किया है कि वह सतत विकास के लिए वित्त प्रदान करने में बैंकों की भूमिका को लेकर सचेत है और उसने वित्तीय संस्थानों से इसे अपने चलन में शामिल करने का आग्रह किया है।